अक्टूबर में ज्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है, लेकिन आने वाले महीनों में महंगाई दर बढ़कर 6% के स्तर तक पहुंच सकती है
एनसीसीएफ ने एक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल तक सभी राज्यों में रियायती दरों पर प्याज बेचा जाएगा
शुरुआती सत्र में प्याज की कीमतें न्यूनतम 1,000 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 2,541 रुपये प्रति क्विंटल और औसत 2,100 रुपये प्रति क्विंटल रहीं
अक्टूबर से खरीफ की आवक शुरू होने पर प्याज की आपूर्ति बेहतर होगी
प्याज की खुदरा कीमतें लगभग दो वर्षों में पहली बार बढ़नी शुरू हो गई है
रिपोर्ट में कहा गया है कि बारिश की कमी के कारण फसल के आने में देरी के बाद अक्टूबर-नवंबर के दौरान प्याज की कीमतों के उच्च स्तर पर रहने की संभावना है
व्यापारियों का मानना है कि प्याज के भाव (Onion price) में एकदम उछाल आया है. देखते-देखते थोक भाव 4500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है.